April 30, 2025

श्रद्धालुओं के खुले गंगोत्री, यमुनोत्री के कपाट

श्रद्धालुओं के खुले गंगोत्री, यमुनोत्री के कपाट

उत्तरकाशी । उत्तराखंड में आज से पवित्र चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो गया है। इस अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। गंगोत्री धाम के कपाट सुबह 10:37 बजे विधि-विधान के साथ खोले गए, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं उपस्थित रहे। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम से प्रथम पूजा, अर्चना की। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बुधवार को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चारण और पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। इसके साथ ही उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा 2025 का भी शुभारंभ हो गया है। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने दोनों धामों में कपाटोद्घाटन समारोह में संकल्प लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से पहली पूजा की और चारधाम यात्रा के सफल आयोजन तथा देश-प्रदेश की सुख समृद्धि एवं खुशहाली की मंगल कामना की है। श्री पुष्कर सिंह धामी यमुनोत्री धाम के कपाटोद्घाटन में पहुंचने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं। इस अवसर पर गंगोत्री एवं यमुनोत्री मंदिर के ऊपर हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई।धार्मिक परंपराओं के अनुसार बुधवार सुबह मां गंगा की उत्सव डोली भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर से चलकर गंगोत्री धाम पहुंची। गंगोत्री धाम में विशेष पूजा-अभिषेक के साथ पूर्वाह्न 10 बजकर 30 मिनट पर गंगोत्री मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गये। मां यमुना की डोली शनिदेव महाराज की अगुवाई में शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली से चलकर यमुनोत्री धाम पहुंची। धार्मिक विधि- विधान के साथ पूर्वाह्न 11 बजकर 55 मिनट पर यमुनात्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। कपाट खुलने के अवसर पर देश विदेश से आए हजारों श्रद्धालुओं ने अखंड ज्योति के दर्शन किये तथा गंगा और यमुना में स्नान कर पुण्य अर्जित किया। गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाटोद्घाटन समारोहों में प्रतिभाग करते हुए मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मॉं गंगा एवं यमुना के मंदिरों में शीश नवाया और विशेष पूजा-अर्चना की । धामी ने दोनों धामों में पहॅुची लोक देवताओं की डोलियों से भी आशीष प्राप्त किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर चारधाम यात्रा का विधिवत शुभारंभ हो गया है। उत्तराखण्ड के चारधाम देश-विदेश के श्रद्धालुओं के लिए आस्था के प्रमुख केन्द्र हैं और इन धामों की यात्रा का सौभाग्य प्राप्त करने की आकांक्षा हर श्रद्धालु के मन में रहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षित और सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा के लिए राज्य में व्यापक प्रबंध किये गये हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुगमता को ध्यान में रखते सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में श्रद्धालु को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिथि देवो भवः की पंरपरा के अनुसार हमारा प्रयास है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखण्ड से दिव्य धामों के शुभाशीष के साथ ही यात्रा का सुखद अनुभव लेकर जाएं। मुख्यमंत्री ने ग्रीन और क्लीन चारधाम यात्रा के आयोजन के लिए सभी लोगों से सहयोग की अपील भी की है।

यात्रा मार्ग को पहली बार 15 सुपर जोन, 41 जोन और 217 सेक्टरों में विभाजित किया गया है ताकि प्रशासनिक निगरानी और सुरक्षा बनी रहें । पुलिस ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए 624 सीसीटीवी कैमरों को सक्रिय किया गया है, जो 24 घंटे निगरानी करेंगे। देहरादून में स्थापित विशेष चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम से इन कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ ने बताया कि यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए 6,000 से अधिक पुलिसकर्मी, 17 पीएसी कंपनियां और 10 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात की गई हैं। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया है। यात्रा मार्ग पर हर 10 किलोमीटर पर चीता पुलिस की गश्त होगी, और ड्रोन व हेलीकॉप्टर से भी निगरानी की जाएगी।  मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “चारधाम यात्रा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हमारा लक्ष्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम यात्रा अनुभव प्रदान करना है।” यात्रा के दौरान जरूरतमंद यात्रियों के लिए निशुल्क भोजन और ठहरने की व्यवस्था भी की गई है।