कृष्ण जन्माष्टमी 2024: मथुरा के इस्कॉन मंदिर में उत्सव कब और कहाँ देखें ?
कृष्ण जन्माष्टमी 2024: मथुरा के इस्कॉन मंदिर से लाइव अनुष्ठान कैसे देखें ?
कृष्ण जन्माष्टमी का शुभ अवसर आ चुका है, और पूरा देश उल्लासपूर्वक इस उत्सव में मग्न है। हर साल, कृष्ण जन्माष्टमी को बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। मथुरा से लेकर वृंदावन और द्वारका तक, देशभर में भक्तजन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को संगीत, नृत्य, मनमोहक अनुष्ठानों और स्वादिष्ट प्रसादों के साथ मनाते हैं। इस पवित्र दिन पर कई भक्त उपवास रखते हैं और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते हैं। गोकुल में, उत्सव एक दिन बाद शुरू होते हैं, जो उनके जन्म के अगले दिन गोकुल आगमन की याद में मनाए जाते हैं।
मथुरा के इस्कॉन मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा 26 अगस्त की आधी रात को 12:01 बजे से 12:45 बजे के बीच होगी।
जन्माष्टमी कैसे मनाई जाती है?
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म वसुदेव और देवकी के घर हुआ था। लेकिन उनके मामा, क्रूर कंस, को यह भविष्यवाणी सुनाई दी थी कि देवकी का पुत्र उनका अंत करेगा। इस डर से, कंस ने वसुदेव और देवकी को कारागार में बंद कर दिया। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म इसी कारागार में हुआ, और वसुदेव ने भगवान कृष्ण को टोकरी में रखकर नदी पार कर गोकुल पहुँचाया, जहाँ उनका पालन-पोषण नंद और यशोदा ने किया।
कृष्ण जन्माष्टमी कई अनुष्ठानों के साथ मनाई जाती है। मुंबई में, दही हांडी का उत्सव मुख्य आकर्षणों में से एक है, जहाँ लोग दूध, मक्खन और दही से भरे मटके को फोड़ने के लिए मानव पिरामिड बनाते हैं। यह भगवान श्रीकृष्ण के बचपन के उस समय की याद दिलाता है जब उन्होंने पड़ोस के घरों से चोरी कर मक्खन खाया था।
मथुरा का इस्कॉन मंदिर कृष्ण जन्माष्टमी कैसे मनाएगा?
मथुरा के इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी पूजा 26 अगस्त की आधी रात 12:01 बजे से 12:45 बजे के बीच होगी। भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति का अभिषेक किया जाएगा और फिर मूर्ति को भोग अर्पित किया जाएगा। इसके बाद भगवान कृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में आरती की जाएगी। मथुरा में दही हांडी का उत्सव 27 अगस्त को मनाया जाएगा। आप इस लिंक के माध्यम से पूजा को लाइव देख सकते हैं।
इस अवसर पर मंदिरों को भव्य रूप से सजाया जाता है और भक्त अपने घरों को भी सजाते हैं। सड़कों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन के महत्वपूर्ण घटनाक्रमों को दर्शाते हुए सुंदर झाँकियाँ भी सड़कों पर निकाली जाती हैं।
Leave a Reply