ओलंपिक्स में भारत और पाकिस्तान की प्रतिद्वंद्विता हमेशा से ही खेल प्रेमियों के बीच अत्यधिक उत्सुकता का विषय रही है, और इस बार यह प्रतिस्पर्धा पेरिस ओलंपिक्स में भाला फेंक प्रतियोगिता के दौरान और भी तीव्र हो गई है। इस प्रतिष्ठित मुकाबले में भारत के नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अर्शद नदीम आमने-सामने होंगे। नीरज चोपड़ा, जिन्होंने टोक्यो 2020 ओलंपिक्स में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था, इस बार भी अपने खिताब को बरकरार रखने के इरादे से मैदान में उतरेंगे। उनके समर्थक और भारतीय क्रिकेट टीम का विश्वास है कि नीरज एक बार फिर से गोल्ड जीतने में सफल होंगे।
मंगलवार को पेरिस ओलंपिक्स में हुए पुरुषों की भाला फेंक क्वालिफिकेशन राउंड के दौरान, नीरज ने 89.34 मीटर का शानदार थ्रो कर फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की। यह थ्रो न केवल उनकी तैयारी और क्षमता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि नीरज फाइनल मुकाबले में एक बार फिर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।
हालांकि, इस बार का मुकाबला पहले से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण होगा। पेरिस ओलंपिक्स में इस बार का मैदान टोक्यो 2020 की तुलना में अधिक मजबूत है। जहां टोक्यो में केवल छह थ्रोअर ही 84 मीटर की स्वचालित योग्यता अंक को पार कर पाए थे, वहीं पेरिस में नौ थ्रोअर ने इस योग्यता अंक को पार किया है। इनमें से पांच ने तो अपने पहले प्रयास में ही फाइनल में जगह बना ली, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि पदक राउंड के लिए प्रतियोगिता और भी कठिन होगी।
पेरिस ओलंपिक्स में सबसे अधिक चर्चा में रहने वाले मुकाबलों में से एक नीरज चोपड़ा और अर्शद नदीम के बीच का भाला फेंक मुकाबला है। अर्शद नदीम, जिन्होंने 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में 90.18 मीटर के थ्रो के साथ दो बार के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स को हराकर स्वर्ण पदक जीता था, इस मुकाबले में एक मजबूत चुनौती पेश करेंगे। अर्शद का प्रदर्शन उनके अनिश्चित स्वभाव और बड़े थ्रो करने की क्षमता को दर्शाता है। कोहनी की सर्जरी के बाद वापसी करते हुए, उन्होंने 2023 बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा के पीछे रहते हुए 87.82 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता था।
नीरज और अर्शद के बीच की प्रतिद्वंद्विता समय के साथ और भी गहरी हो गई है। अब तक के मुकाबलों में नीरज ने 9-0 के हेड-टू-हेड रिकॉर्ड के साथ बढ़त बना रखी है। लेकिन इस बार अर्शद का सर्वश्रेष्ठ प्रयास 90.18 मीटर का है, जो नीरज के सर्वोत्तम प्रयास से आगे है।
इस मुकाबले की अहमियत और बढ़ जाती है क्योंकि यह सिर्फ दो खिलाड़ियों के बीच का मुकाबला नहीं है, बल्कि यह दोनों देशों के खेल प्रेमियों के बीच के गौरव और सम्मान की लड़ाई भी है। जहां भारत में नीरज को लेकर भारी उत्साह है, वहीं पाकिस्तान में भी अर्शद को लेकर उम्मीदें आसमान छू रही हैं।
पाकिस्तान की पूरी क्रिकेट टीम अर्शद नदीम के समर्थन में खड़ी है और उन्होंने अर्शद को फाइनल के लिए बधाई देते हुए कहा, “सबसे पहले, अर्शद नदीम, फाइनल में क्वालीफाई करने के लिए बधाई। हम बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि आप पाकिस्तान के लिए एक पदक जीतेंगे।” यह समर्थन अर्शद के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा, और यह देखना रोमांचक होगा कि यह मुकाबला किस ओर जाता है।
यह मुकाबला न केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों की कहानी है, बल्कि यह दोनों देशों के खेल इतिहास में एक नई गाथा लिखने का अवसर भी है। नीरज और अर्शद, दोनों ही अपने-अपने देशों के गौरव को दांव पर लगाए हुए हैं, और इस मुकाबले का परिणाम खेल प्रेमियों के दिलों में एक यादगार अध्याय जोड़ने वाला है।
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