जम्मू-कश्मीर चुनाव चरण 3: सात जिलों में 3 बजे तक 56% से अधिक मतदान, मतदाताओं में उत्साह चरम पर
जम्मू और कश्मीर विधान सभा चुनावों के तीसरे और अंतिम चरण का मतदान मंगलवार को शुरू हुआ, जिसमें जम्मू सहित सात जिलों में फैली 40 महत्वपूर्ण सीटें शामिल हैं। व्यापक मतदाता भागीदारी के साथ, चुनावी प्रक्रिया ने उल्लेखनीय गति प्राप्त की है।
श्रीनगर, 01 अक्टूबर: जम्मू-कश्मीर विधान सभा के आम चुनावों के तीसरे और अंतिम चरण में मतदाताओं की भारी उत्साही प्रतिक्रिया देखी गई, जिसमें 3 बजे तक 56.01% का महत्वपूर्ण मतदान दर्ज किया गया, जैसा कि जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी द्वारा बताया गया। यह मजबूत मतदाता उपस्थिति सुरक्षा चिंताओं और विभिन्न क्षेत्रों में मौसम की स्थिति के बावजूद लोकतांत्रिक प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी की इच्छा को दर्शाती है।
जिला-वार मतदान के आंकड़े मजबूत भागीदारी की ओर इशारा करते हैं: बांदीपोरा में 53.09%, बारामूला में 46.09%, जम्मू में 56.74%, कठुआ में 62.43%, कुपवाड़ा में 52.98%, सांबा में 63.24%, और उधमपुर ने 64.43% के प्रभावशाली आंकड़े दर्ज किए। ये आंकड़े शहरी और ग्रामीण मतदाताओं के विविध मिश्रण को दिखाते हैं, जो चुनावों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और क्षेत्र के राजनीतिक भविष्य को आकार देने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित कर रहे हैं।
39.18 लाख से अधिक योग्य मतदाताओं को इन निर्वाचन क्षेत्रों में 415 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए बुलाया गया। प्रमुख उम्मीदवारों में दो पूर्व उप मुख्यमंत्री, तारा चंद और मुजफ्फर बेग भी शामिल हैं, जो इस बहुप्रतीक्षित अंतिम चरण में प्रमुख सीटों पर नजरें गड़ाए हुए हैं।
सुरक्षा तंत्र द्वारा सुचारू मतदान प्रक्रिया ने मतदाताओं में विश्वास बढ़ाने में मदद की। स्थानीय और राज्य अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई, जिसमें कई जिले शामिल थे, जिन्होंने पहले अशांति देखी थी। इन चुनौतियों के बावजूद, मतदान बिना किसी बड़ी बाधा के जारी रहा, जिससे मतदाताओं का चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी की दृढ़ इच्छाशक्ति झलकी।
सुरक्षा उपायों के साथ ही, चुनाव अधिकारी मतदान केंद्रों पर व्यवस्था सुनिश्चित करने में निरंतर लगे रहे। बड़ी संख्या में मतदाता अपने-अपने मतदान केंद्रों पर पहुंचे और उन्होंने क्षेत्र की राजनीति में अपनी भूमिका निभाई। मतदाताओं को मतदान के महत्व के प्रति जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग के प्रयासों ने भी इस स्वस्थ मतदान प्रतिशत में योगदान दिया।
यह अंतिम चरण महत्वपूर्ण है, क्योंकि इन सात जिलों की राजनीतिक गतिशीलता का समग्र परिणाम पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। राजनीतिक विश्लेषक इस चरण पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं, क्योंकि यह जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सत्ता के महत्वपूर्ण बदलावों का निर्धारण कर सकता है। मतदान के आंकड़े मतदाताओं के बीच क्षेत्र की शासन व्यवस्था और राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने में उनकी भूमिका निभाने की एक मजबूत इच्छा को दर्शाते हैं।
जैसे-जैसे मतदान की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, राजनीतिक दल महत्वपूर्ण सीटों को सुरक्षित करने की उम्मीद कर रहे हैं, कई गठबंधन बनाने की रणनीति भी तैयार कर रहे हैं यदि किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता। अब सबकी नजरें अंतिम मतगणना पर टिकी हैं, जो नवगठित केंद्र शासित प्रदेश की राजनीतिक दिशा का निर्धारण करेगी।
इस चरण के परिणाम, पिछले दो चरणों के साथ मिलकर, जम्मू-कश्मीर की लोकतांत्रिक यात्रा में एक निर्णायक क्षण के रूप में देखे जा रहे हैं, क्योंकि मतदाता उस परिणाम की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं जो क्षेत्र के भविष्य की दिशा निर्धारित करेगा।
सारांश
1. 56% मतदान: तीसरे और अंतिम चरण में जम्मू-कश्मीर विधान सभा चुनावों में 3 बजे तक 56.01% मतदान दर्ज किया गया।
2. 7 जिलों में 40 सीटें: मतदान जम्मू सहित सात जिलों की 40 सीटों पर हुआ।
3. जिला-वार मतदान:
– बांदीपोरा: 53.09%
– बारामूला: 46.09%
– जम्मू: 56.74%
– कठुआ: 62.43%
– कुपवाड़ा: 52.98%
– सांबा: 63.24%
– उधमपुर: 64.43%
4. 415 उम्मीदवार: 39.18 लाख से अधिक मतदाता 415 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे, जिनमें पूर्व उप मुख्यमंत्री तारा चंद और मुजफ्फर बेग भी शामिल हैं।
5. सुरक्षा उपाय: संवेदनशील क्षेत्रों में सुचारू मतदान सुनिश्चित करने के लिए कड़ी सुरक्षा तैनात की गई।
6. राजनीतिक महत्व: यह चरण महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके परिणाम समग्र चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं।
7. मजबूत मतदाता भागीदारी: मतदाता बड़ी संख्या में मतदान के लिए पहुंचे, जिससे क्षेत्र की शासन व्यवस्था में जनता की सक्रिय भागीदारी प्रदर्शित हुई।
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