हल्द्वानी हिंसा एक सुनियोजित साजिश थी। घर की छतों से पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी की गई। डीएम ने फुटेज दिखाकर मंजर बयां किया । बिना किसी उकसावे के हिंसा किए जाने की बात डीएम ने कही है। डीएम ने कहा कि जिले में अतिक्रमण हटाओ अभियान पहले से चल रहा है।
उत्तराखंड के हल्द्वानी में पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया। नैनीताल डीएम वंदना सिंह ने हिंसा के मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि उपद्रवियों ने पूरी साजिश के साथ वारदात को अंजाम दिया। हिंसा की पूरी प्लानिंग रची गई थी। उपद्रवी प्रशासन और पुलिस की टीम को जला देना चाहते थे। डीएम ने कहा कि थाने से अधिकारियों को निकलने नहीं दिया गया। उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की गई। पेट्रोल से वाहनों में आग लगाई गई। थाने पर पेट्रोल बम से हमला किया गया। हल्द्वानी में हिंसा की बड़ी तैयारी थी।
डीएम ने साजिश का पर्दाफाश किया। उन्होंने कहा कि छतों पर पत्थर रखे गए थे। घरों की छतों पर पत्थरों को इकट्ठा किया गया। जब वनभूलपुरा में अतिक्रमण को हटाने की नोटिस दी गई थी, उस समय वहां पत्थर नहीं थे। नोटिस जारी किए जाने के बाद साजिश के तहत पत्थर इकट्ठा करके रखे गए। गुरुवार को जब पुलिस और प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची तो आसपास की छतों से पुलिस पर पथराव किया गया। उन्होंने फुटेज दिखाकर वह मंजर सामने रखा।
डीएम ने कहा कि दंगाइयों की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सीसीटीवी से दंगाइयों की पहचान की जा रही है। तमाम फुटेज खंगाले जा रहे हैं। डीएम ने कहा कि सुनियोजित तरीके से हिंसा की साजिश रचने वालों के बारे में जानकारी निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि थाने के भीतर गाड़ियां जलाई गई। डीएम ने कहा कि बिना किसी उकसावे के प्रशासन और पुलिस की टीम पर हमला किया गया।
डीएम ने कहा कि सड़कों के चौड़ीकरण का अभियान चलाया जा रहा है। इसको लेकर सड़कों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में वनभूलपुरा से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इसी दौरान कार्रवाई की गई। उपद्रव के बाद कर्फ्यू लगाया गया है।