एक बार फिर मौसम के करवट बदलने की संभावना है, जिसके परिणामस्वरूप उत्तराखंड में वर्षा और हिमपात के आसार बढ़ रहे है। चक्रवाती परिसंचरण के कारण ठंड में एक बार फिर से वृद्धि हो सकती है, जिससे क्षेत्र में बर्फबारी और ठंडक का अहसास हो सकता है।
मौसम में हो रहे बदलाव ने उत्तरी पहाड़ियों के लिए अच्छी परिस्थितियां बनाई हैं, जिससे हिमपात के लिए आदर्श स्थितियां पैदा हो रही हैं। फरवरी के पहले हफ्ते में होने वाली बर्फबारी ने मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रभावित किया है। इस बार भी उत्तराखंड के मध्य और ऊच्च क्षेत्रों में वर्षा और हिमपात की संभावना है, जो क्षेत्र को शीतलता और बर्फ से सुसज्जित कर सकता है। हालांकि, कश्मीर और हिमाचल में इसका अधिक प्रभाव हो सकता है, जहां दो से तीन दिनों तक हिमपात हो सकता है।
उत्तराखंड में 19 फरवरी को बर्फबारी होने की संभावना है, जिससे ठंड का अनुभव हो सकता है। मौसम में हुए बदलाव के बाद 18 और 19 फरवरी को जनजीवन पर जबरदस्त ठंडक आ सकती है, जिससे लोग सीधे प्रभावित हो सकते है। मौसम विभाग ने बताया है कि 18 फरवरी को बागेश्वर और पिथौरागढ़ की 3000 मीटर ऊंचाई वाली चोटियों पर और 19 फरवरी को 2500 मीटर से ऊंचाई वाली चोटियों पर हिमपात होने की संभावना है।
तापमान में उछाल आने के बाद फिर से मौसम बदलने वाला है. अभी ठंड से निजात नहीं मिलने वाली. वर्षा व हिमपात एक बार फिर कडा़के की ठंड का अहसास दिलाने वाली हैं. आम जन जीवन प्रभावित रहने वाला हैं।
Leave a Reply